उत्तराखंड में शिक्षा व्यवस्था (Education System in Uttarakhand) : हिमालय का यह भू-भाग प्राचीनकाल से ही आश्रम पद्धति शिक्षा के लिए प्रसिद्ध रहा है। यहाँ के मंदिरों, आश्रमों तथा गुफाश्रयों में शिक्षा ग्रहण करने के लिए दूर-दूर से विद्यार्थी आते रहे हैं। प्राचीन काल में बदरिकाश्रम, रूद्राश्रम, शुक्राश्रम, वशिष्टाश्रम, कण्वाश्रम, कपिलाश्रम, नारदाश्रम, गणेशाश्रम, गरुणाश्रम आदि शिक्षा के महान केन्द्र (Center) थे, जहाँ आश्रम पद्धति से वेद-वेदांग, दर्शन, शस्त्र, संगीत, योग, ज्योतिष आदि की शिक्षा दी जाती थी। महाकवि कालिदास एवं चक्रवर्ती सम्राट भरत (इन्हीं के नाम पर अपने देश का नाम भारत पड़ा) कण्वाश्रम से संबंधित थे। वर्तमान में भी हरिद्वार, ऋषिकेश, जोशीमठ, रानीखेत, देव प्रयाग आदि नगरों आश्रम पद्धति से शिक्षा दी जाती है।
यद्यपि आधुनिक शिक्षा और शिक्षण संस्थाओं की स्थापना का क्रम अंग्रेजी शासनकाल में 19वीं शताब्दी के मध्य से शुरू हुआ। लेकिन राज्य गठन के पूर्व तक यहाँ विद्यालयी एवं रोजगारपरक तथा उच्च अपर्याप्त और कामचलाऊ थी।
राज्य गठन के बाद प्राथमिक तथा माध्यमिक शिक्षा (कक्षा 1 से 12 तक) को एकीकृत कर दिया गया और इसके प्रशासन के लिए एक निदेशालय और का गठन किया गया था। लेकिन 2011 में प्राथमिक, माध्यमिक व अकादमिक शोध प्रशिक्षण हेतु अलग निदेशालयों का गठन किया गया है।
निदेशालय के अधीन परीक्षाओं तथा शिक्षा आदि के कार्यान्वयन हेतु रामनगर (नैनीताल) में उत्तराखण्ड शिक्षा एवं परीक्षा परिषद ( बोर्ड) (Uttarakhand School Education Council) का गठन किया गया है।
राज्य में विद्यालयी शिक्षा सम्बंधी अनुसन्धान, मूल्यांकन एवं शिक्षकों के प्रशिक्षण के लिए जनवरी 2002 में नरेन्द्रनगर (टिहरी गढ़वाल) में राज्य शैक्षणिक अनुसन्धान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) (State Council of Educational Research and Training – SCERT) की स्थापना की गई है।
उच्च शिक्षा के प्रशासन के लिए हल्द्वानी (नैनीताल) में उच्च शिक्षा निदेशालय (Directorate of Technical Education) की स्थापना की गई है।
प्राविधिक शिक्षा (Technical Education) के लिए श्रीनगर (पौढ़ीगढ़वाल) में प्राविधिक शिक्षा निदेशालय (Directorate of Technical Education) की और इस निदेशालय के अधीन रुढ़की (हरिद्वार) में उतराखण्ड प्राविधिक शिक्षा एवं परीक्षा परिषद की स्थापना की गई है।
संस्कृत (Sanskrit) शिक्षा के लिए अलग से एक विभाग व उसके अन्तर्गत देहरादून में संस्कृत शिक्षा परिषद (Sanskrit Education Council) का गठन किया गया।
उत्तराखंड में मान्यता प्राप्त शिक्षण संस्थान
(Recognised Educational Institutions in Uttarakhand)
स्रोत: शिक्षा एवं उच्च निदेशालय, उत्तराखण्ड
पढ़ें उत्तराखंड में प्राथमिक एवं माध्यमिक शिक्षा व्यवस्था।