हिमालय के हिमाच्छादित भागों में विशेष ऊंचाई से नीचे स्थित उन हिम खण्डों, जिनमें गलने, खिसकने आदि की क्रिया होती है. उन्हें हिमनद या हिमानिया या बर्फ की नदी या बमक कहते हैं। राज्य कुछ प्रमुख हिमनदों का संक्षिप्त विवरण इस प्रकार हैं -
1. गांगोत्री हिमनद (Gangotri Glacier)
लम्बाई – 30 किलोमीटर
चौड़ाई – 2 किलोमीटर
यह हिमनद उत्तरकाशी जिले में स्थित है। गांगोत्री हिमनद राज्य का सबसे बड़ा हिमनद है। भागीरथी नदी गांगोत्री हिमनद के गोमुख नामक स्थान से निकली है। यह कई हिमनदों चतुरंगी, कैलाश, रतनवन, स्वच्छन्द, मान आदि से जुड़ा हुआ है। गंगोत्री तक सड़क मार्ग से फिर 17 किमी. पैदल यात्रा कर इस हिमनद तक आसानी से पहुंचा जा सकता है। वैज्ञानिकों का कहना है कि यह हिमनद प्रतिवर्ष 22.23 मी. पीछे की ओर खिसक रही है।
2. पिण्डारी हिमनद (Pindari Glacier)
लम्बाई – 30 किलोमीटर
चौड़ाई – 400 मीटर
कुमाऊं मंडल के बागेश्वर तथा गढ़वाल मण्डल के चमोली क्षेत्र में 30 किमी. x 400 मी. क्षेत्रफल वाला यह ग्लेशियार राज्य का दूसरा बड़ा ग्लेशियर है। यह त्रिशूल, नंदादेवी व नंदाकोट शिखरों के मध्य में स्थित है। मार्ग की सुगमता के कारण यहाँ सैलानी व ट्रेकिंग करने वाले अधिक पहुँचते हैं। अलकनन्दा की सहायक पिण्डार नदीयहीं से निकली है। यह ग्लेशियर बहुत आकर्षक हैं। यहाँ मोनाल पक्षी, कस्तूरी मृग, ब्रह्मकमल व भोजपत्र के वृक्ष देखने को मिलते हैं। वैज्ञानिकों का कहना है कि पिछले 40 वर्षों में यह हिमानी अपने मूल स्थान से 0.5 किमी नीचे खिसकी है।
3. मिलम हिमनद (Milam Glacier)
मिलम हिमनद पिथौरागढ़ नगर जिले की मुनस्यारी तहसील में स्थित है। इस ग्लेशियर की लम्बाई 16 किमी. है। मिलम हिमनद कुमाऊँ मंडल का यह सबसे बड़ा ग्लेशियर है। इस ग्लेशियर से पिण्डर की सहायक नदी मिलम व काली की सहायक गोरीगंगा नदियां निकली हैं। यहाँ जाने के लिए सरकार से अनुमति लेनी पड़ती है।
4. सतोपंथ व भागीरथी हिमनद (Satopanth and Bhagirathi Glacier)
लम्बाई – 13 – 18 किलोमीटर
ये दोनों हिमनद बद्रीकाधाम से 17-18 किमी. की दूरी पर नीलकंठ पर्वत के पूर्वी भाग में आराम कुर्सी की भांति स्थित हैं। इन दोनों हिमनदों की लम्बाई क्रमशः 13 व 18 किमी. है। इस स्थान को अलकापुरी कहा जाता है। बद्रीनाथ-माणा- बसुधारा प्रपात होते हुए गर्मी में इन हिमनदों तक आसानी से पहुँचा जा सकता है।
5. खतलिंग हिमनद (Khatling Glacier)
केदारनाथ से लगभग 10 किमी. पश्चिम स्थित यह हिमनद जोगिन, स्फटिक प्रिस्वार, बार्त कौटर व कीर्ति प्रा स्तंभ चोटियों के मध्य में स्थित है। यह रूद्रप्रयाग व टिहरी के संगम पर स्थित है। भिलंगना नदी इसी स्थल से निकली है। केदारखंड में प्र उल्लखित स्फटिक लिंग सम्भवतः यही है। इसे विश्व का सबसे बड़ा प्राकृतिक शिवलिंग कहा जा सकता है।
6. चोराबाड़ी हिमनद (Chorabari Glacier)
लम्बाई – 14किलोमीटर
केदारनाथ मंदिर से लगभग तीन किमी. पूर्व में स्थित है। इस हिमनद की लम्बाई 14 किमी. है। इस हिमनद से अलनन्दा की सहायक मंदाकिनी नदी निकली है। इस हिमनद के निकट प्रसिद्ध गांधी सरोवर स्थित हैं।
7. बंदरपुंछ हिमनद (Bandarpunch Glacier)
लम्बाई – 12 किलोमीटर
यह हिमनद उत्तरकाशी जिले में बंदरपुंछ पर्वत के उत्तरी ढाल पर है। इस हिमनद तक आसानी से पहुँचा जा सकता है।
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